महादेव मंदिर के बाहर लावारिस मिली बच्ची को मिला नया घर, मातृछाया पहुंची

उज्जैन | घटि्टया के मनकामनेश्वर महादेव मंदिर के बाहर से लावारिस मिली बच्ची को नया घर मिल गया है। यह बच्ची चार दिन की थी, जब मंदिर के बाहर से मिली थी। तभी से चरक अस्पताल के एसएनसीयू में थी। यहां 13 दिन रही। अस्पताल स्टॉफ ने इसका नाम एंजल रखा था। उसे सोमवार को मातृछाया के पदाधिकारी ले गए। जब इसे विदा किया तो स्टाफ के आंसू छलक पड़े। एसएनसीयू प्रभारी डॉ.दिलीप वास्के ने बताया एंजल पूरी तरह स्वस्थ है, स्टाफ उसे बहुत मिस कर रहा है।

7 बच्चों को भी गोद का इंतजार

मातृछाया के प्रबंधक अनुराग जैन ने बताया कि वर्तमान में संस्थान में 7 बच्चे रह रहे हैं। इनमें बालक-बालिका दोनों शामिल हैं। हाल ही में एक बालिका को स्पेन के परिवार ने गोद लिया है। गोद लेने की प्रक्रिया लंबी होने के चलते बच्चों का आसानी से परिवार नहीं मिल पाता है। परिवार में भेजने के बाद भी बाल कल्याण समिति द्वारा समय-समय पर फीडबैक लिया जाता है। सोमवार को एंजल मातृछाया आई है। इसकी सूचना माधव नगर थाने एवं बाल कल्याण समिति को भेज दी गई है। गोद लेने की प्रक्रिया के लिए एंजल की फोटो एवं अन्य जानकारी वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है।

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